ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में अपनी नई S1 रेंज के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की घोषणा की है, जो कंपनी के नए जनेरेशन 3 प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं। इस रेंज में S1 प्रो प्लस, S1X और S1X प्लस जैसे आकर्षक और तकनीकी रूप से उन्नत मॉडल्स शामिल हैं। इन स्कूटर्स को विशेष रूप से पर्यावरण के अनुकूल और तकनीकी रूप से स्मार्ट बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।
नई S1 रेंज का नया पॉवरट्रेन और मिड-ड्राइव मोटर
इन नए इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में एक नया पॉवरट्रेन पेश किया गया है। सभी मॉडल्स में मिड-ड्राइव इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है, जो हब मोटर से तुलना में 4 गुना अधिक ऊर्जा कुशल और 5 गुना अधिक विश्वसनीय है। यह तकनीकी सुधार इन स्कूटर्स को न केवल ज्यादा ताकतवर बनाता है बल्कि अधिक कुशल भी बनाता है।
नई मूवओएस 5 ऑपरेटिंग सिस्टम
S1 रेंज के सभी स्कूटर्स मूवओएस5 पर चलते हैं, जो ओला इलेक्ट्रिक का नया ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह सिस्टम नई तकनीकी विशेषताओं और बेहतर राइडिंग एक्सपीरियंस के लिए बनाया गया है।
नए डिजाइन और चेसिस में सुधार
ओला इलेक्ट्रिक का दावा है कि इन स्कूटर्स में सबकुछ नया है। स्कूटर की चेसिस को जमीन से ऊपर तक हल्का और मजबूत बनाया गया है, ताकि इसका वजन कम हो और यह चलाने में आरामदायक हो। मोटर और बैटरी में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिससे स्कूटर की परफॉर्मेंस और रेंज में सुधार हुआ है।
S1 X रेंज: रेंज और कीमत
S1 X तीन बैटरी विकल्पों के साथ उपलब्ध होगा – 2kWh, 3kWh, और 4kWh। 4kWh वेरिएंट की टॉप स्पीड 123 किमी/घंटा और IDC प्रमाणित रेंज 242 किलोमीटर होगी।
3kWh वेरिएंट में 113 किमी/घंटा की स्पीड और 176 किमी की रेंज मिलेगी।
2kWh वेरिएंट की टॉप स्पीड 101 किमी/घंटा और रेंज 108 किलोमीटर है।
S1 X की शुरुआती कीमत ₹90,000 रखी गई है, जबकि S1 X प्लस मॉडल केवल 4kWh बैटरी के साथ ₹1.07 लाख में उपलब्ध होगा।
S1 प्रो प्लस: लंबी रेंज और उच्च स्पीड
S1 प्रो दो बैटरी विकल्पों में आता है – 3kWh और 4kWh। इसकी शुरुआती कीमत ₹1.14 लाख है।
S1 प्रो प्लस को 4kWh और 5.3kWh बैटरी विकल्प मिलते हैं, जो 320 किलोमीटर की रेंज और 141 किमी/घंटा की टॉप स्पीड प्रदान करते हैं। इन मॉडल्स की शुरुआती कीमत ₹1.54 लाख है।
ब्रेक बाय वायर तकनीक: सुरक्षा और रेंज में सुधार
इन सभी स्कूटर्स में ब्रेक बाय वायर तकनीक दी गई है, जो न केवल ब्रेक पैड के घिसाव को रोकती है बल्कि रेंज भी बढ़ाती है। यह तकनीक स्कूटर की ब्रेकिंग क्षमता को बेहतर बनाती है और राइडिंग को और भी सुरक्षित बनाती है।