भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मांग तेजी से बढ़ रही है। 2024 में ईवी की बिक्री ने नए रिकॉर्ड बनाए, और यह उद्योग तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इस वर्ष, कुल 19,49,114 यूनिट्स इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई, जिसका औसत 5,325 वाहन प्रतिदिन रहा। हालांकि, दिसंबर में मामूली गिरावट के कारण यह आंकड़ा 20 लाख के पार नहीं जा सका।
इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 27% की वृद्धि
2023 की तुलना में 2024 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 27% की वृद्धि देखी गई। 2023 में जहां 15,32,389 यूनिट्स की बिक्री हुई थी, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 19 लाख से अधिक हो गया। विशेष रूप से फेस्टिवल सीजन में, खासकर अक्टूबर में, दो लाख से अधिक ईवी बेचे गए, जो बिक्री का मुख्य कारण बना।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स और थ्री-व्हीलर्स का दबदबा
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में सबसे बड़ी हिस्सेदारी टू-व्हीलर्स और थ्री-व्हीलर्स की रही। 59% हिस्सेदारी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की रही, जबकि 35% हिस्सेदारी थ्री-व्हीलर्स की रही। पैसेंजर व्हीकल्स (PVs) का योगदान सिर्फ 5% रहा। 2024 में 11,48,575 यूनिट्स इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री हुई, जो 2023 के मुकाबले 33% ज्यादा है। थ्री-व्हीलर्स की बिक्री में भी 18% की वृद्धि हुई, और 6,91,323 यूनिट्स बेचे गए। पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में 22% की वृद्धि हुई, जिससे 89,827 यूनिट्स की बिक्री हुई।
बस और भारी वाहनों की बिक्री में भी बढ़ोतरी
इलेक्ट्रिक बसों की बिक्री में 59% की वृद्धि हुई है। 2023 में जहां 2,397 बसें बिकी थीं, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 3,822 हो गया। साथ ही, हैवी गुड व्हीकल्स की 220 यूनिट्स, लाइट गुड व्हीकल्स की 5,996 यूनिट्स और अन्य 110 वाहनों की बिक्री हुई।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती बिक्री को देखकर यह कहा जा सकता है कि आने वाले वर्षों में ईवी की लोकप्रियता और भी बढ़ेगी, जिससे पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित होगा।