भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा एक मेजर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।मेजर की तैनाती उत्तर भारत में थी।खबर है कि बर्खास्त मेजर सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के कॉन्टैक्ट में था।
दरअसल, सेना की जांच में मेजर को दोषी पाया गया है,उसकी इसी गलती के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हुआ।
अब राष्ट्रपति मुर्मू ने अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर उस मेजर की सेवाएं समाप्त करने का आदेश दिया है।
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असल में साल 2022 से ही मेजर के बारे में ये जांच चल रही थी। मेजर पर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा समझौते के आरोप की जांच के लिए एक बोर्ड गठित हुआ था। जो की आरोपी मेजर के किसी भी संदिग्ध लेनदेन और जासूसी में संलिप्त होने की जांच कर रही थी।
खबरों के अनुसार, जांच में मेजर के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में सीक्रेट दस्तावेजों की एक कॉपी भी पाई गई थी। यह कार्य सेना के नियमों के विरुद्ध है।
बर्खास्त हुआ मेजर सोशल मीडिया और चैट के माध्यम से कुछ पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव से जुड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि इस जांच में ‘पटियाला पेग’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप के कुछ सदस्य पर भी नजरे थी।
व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ गलत और आपत्तिजनक सामग्री शेयर हो रही थी।सेना द्वारा अपने चार अधिकारियों के इस ‘पटियाला पेग’ वॉट्सएप का हिस्सा होने के कारण जांच कर रही है।
संदेह था कि जिस ग्रुप में ये अधिकारी सदस्य थे क्या उन्होंने इसमें कोई गुप्त सैन्य जानकारी या किसी के द्वारा ऐसी जानकारी साझा की गई थी।
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