मुंबई पुलिस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में 4590 पन्नों की चार्जशीट दायर की है। इस चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, सलमान खान लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मुख्य निशाना थे। हालांकि सुरक्षा कारणों से यह कोशिश विफल रही, जिसके बाद बाबा सिद्दीकी को टारगेट किया गया।
सिद्दीकी की हत्या के कारण
पुलिस ने कोर्ट में सिद्दीकी की हत्या के तीन मुख्य कारण बताए:
सलमान खान से करीबी दोस्ती और दाऊद इब्राहीम से कथित रिश्ते।
गैंग का वर्चस्व स्थापित करना।
अनुज थापन की संदिग्ध मौत, जिसे पुलिस आत्महत्या मानती है, लेकिन गैंग इसे हत्या कहती है।
हत्या की प्लानिंग और घटना
पुलिस के मुताबिक, शुरू में गणपति विसर्जन के दौरान बाबा सिद्दीकी या उनके बेटे जीशान को निशाना बनाने की योजना थी। लेकिन उनके विसर्जन में शामिल न होने के कारण यह प्लान फेल हो गया। इसके बाद, 12 अक्टूबर 2024 की रात सिद्दीकी की बांद्रा स्थित ऑफिस के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
चार्जशीट के प्रमुख बिंदु
चार्जशीट में 26 आरोपियों के नाम शामिल हैं।
तीन फरार आरोपी हैं: शुभम लोनकर, मोहम्मद यासीन अख्तर उर्फ शिकंदर, और अनमोल बिश्नोई।
चार्जशीट में 210 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं।
शुभम लोनकर की फेसबुक पोस्ट को हत्या की वजहों का मुख्य आधार बताया गया है।
गैंग का दबदबा बनाने की कोशिश
पुलिस के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने सिद्दीकी की हत्या की साजिश अपनी गैंग का दबदबा कायम रखने और डर का माहौल बनाने के लिए रची।
पुलिस ने सभी आरोपियों को महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण (MCOCA) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। हालांकि, पुलिस को इस केस में लॉरेंस बिश्नोई की सीधी संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं।
सोशल मीडिया पोस्ट का महत्व
शुभम लोनकर की फेसबुक पोस्ट ने इस हत्या को लेकर कई सवाल खड़े किए। शुभम ने लिखा था:
“सलमान खान, हम यह लड़ाई नहीं चाहते थे, लेकिन आपने हमारे भाई को नुकसान पहुंचाया। अब हम इसका जवाब देंगे।”
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हत्या के बाद मुंबई पुलिस ने देशभर में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें शूटर और मददगार शामिल हैं।