पटना, बिहार: पटना के गर्दनीबाग में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थी छठे दिन भी शिक्षा सत्याग्रह में जुटे हुए हैं। इस दौरान, पांच अभ्यर्थी अनशन पर बैठे हुए हैं, जिनकी तबीयत सोमवार देर शाम अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में इन अभ्यर्थियों को पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ी
गर्दनीबाग में अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों में से राहुल कुमार (32 वर्ष), आशुतोष आनंद (35 वर्ष) और सुजीत (40 वर्ष) की हालत बिगड़ी। इन सभी को पटना के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि उनकी स्थिति सामान्य है। ये सभी बीपीएससी 70वीं परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन और मांगें
इन अभ्यर्थियों का आरोप है कि बीपीएससी 70वीं की प्रीलिम्स परीक्षा में अनियमितताएं थीं, और इसलिए वे परीक्षा को दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, सरकार और आयोग इस पर कोई कदम उठाने को तैयार नहीं हैं। इस बीच, विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने भी इन अभ्यर्थियों का समर्थन किया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस संबंध में चिट्ठी लिखी है।
पप्पू यादव का समर्थन
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी सोमवार को गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे और अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्होंने भी बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग की। पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जिन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई थी, उनका सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने खगड़िया और गया में परीक्षा के दौरान हुई अनियमितताओं की भी शिकायत की। पप्पू यादव के मुताबिक, खगड़िया में अधिकारियों के बेटे को मुर्गा चावल खिलाकर परीक्षा कराई गई थी, जबकि गया में लाउडस्पीकर से उत्तर दिए गए थे।