छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार रात हाथियों ने बालाझार गांव में तीन मकानों को तोड़ दिया और घर में रखा सारा अनाज खा गए।
पत्थलगांव रेंज से आए 35 हाथियों का दल अब कांसाबेल वन क्षेत्र के बटाइकेला में पहुंच गया है। इस दल में नर, मादा और छोटे हाथी भी शामिल हैं।
वन विभाग की टीम गांव-गांव जाकर मुनादी कर रही है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दे रही है। इतने बड़े हाथियों के झुंड के कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
गर्भवती महिला की मौत
कुछ दिन पहले जशपुर में हाथियों को देखकर भागने के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई।
घटना तपकरा वन क्षेत्र के सागजोर गांव की है। महिला नदी में नहाकर लौट रही थी, तभी उसने 4 हाथियों का झुंड देखा। डर के मारे वह भागने लगी, लेकिन घबराहट के कारण उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। हालांकि वन विभाग का कहना है कि वे हाथियों की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
तीन महिलाओं पर हमला
अंबिकापुर के उदयपुर थाना क्षेत्र में भी हाथियों ने हमला किया।
तीन महिलाएं महुआ बीनने जंगल गई थीं। लौटते वक्त हाथियों ने उन पर हमला कर दिया।
हाथियों ने महिलाओं को कुचलने की कोशिश की, लेकिन वे घायल अवस्था में किसी तरह बच निकलीं। परिजनों ने उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। यह घटना फत्तेहपुर गांव की है।