रायपुर: कांग्रेस ने “धान खरीदी केंद्र चलो अभियान” के बाद प्रेस वार्ता आयोजित की। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि धान खरीदी में कई गड़बड़ियां हो रही हैं। किसानों को समय पर टोकन नहीं मिल रहे हैं और उनसे ज्यादा धान तोल लिया जा रहा है। धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव न होने के कारण जाम की स्थिति बन रही है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने बताया कि वे धान खरीदी केंद्रों पर गए। उन्होंने कहा कि 4 जनवरी को जैसे ही कर्मचारी टोकन देने बैठे, ऑनलाइन पोर्टल पर 15 जनवरी तक की बुकिंग दिखने लगी। इससे किसानों में चिंता बढ़ गई कि उनकी धान कैसे खरीदी जाएगी।
जांच की मांग
साहू ने सवाल उठाया कि 10 मिनट में 35 दिन के टोकन कैसे खत्म हो गए। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर किसानों से ज्यादा धान तौला गया। उदाहरण के तौर पर, 137 कट्टा धान के वजन में 2 क्विंटल 50 किलो ज्यादा निकला।
धान का भुगतान कम
पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि किसानों को प्रति एकड़ कम धान की खरीद हो रही है। साथ ही, उन्हें 2300 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किया जा रहा है, जबकि वादा 3100 रुपये का था।
धान उठाव में दिक्कत
पूर्व सांसद छाया वर्मा ने बताया कि धान का उठाव समय पर न होने से केंद्रों में जगह की समस्या हो रही है। इससे खरीदी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
भाजपा का पलटवार: कांग्रेस फैला रही भ्रम
भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कांग्रेस के निरीक्षण को “सियासी ड्रामा” बताया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी प्रक्रिया सुव्यवस्थित तरीके से चल रही है। भाजपा सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3100 रुपये में खरीद रही है और समय पर भुगतान कर रही है। शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही है और अव्यवस्था फैलाना चाहती है।