भगवद गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को युद्ध के मैदान में जीवन से जुड़े गहरे ज्ञान दिए, जो आज भी प्रासंगिक हैं।

भगवद गीता के सिद्धांत केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी पढ़े और अपनाए जाते हैं। यह जीवन को बेहतर बनाने के मार्ग दिखाती है।

भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में जीवन को सुखी और संतुलित बनाने के कई तरीके बताए हैं। आइए, इन्हें समझते हैं:

श्रीकृष्ण के अनुसार, दूसरों की आलोचना और अनावश्यक शिकायतें करने से बचें। यह आदतें आपकी खुशी को कम कर सकती हैं।

अपनी तुलना दूसरों से करने से जीवन में असंतोष बढ़ता है। श्रीकृष्ण ने बताया कि अपनी योग्यता और स्थिति को स्वीकार करें।

किसी भी कार्य को निस्वार्थ भाव से करें। फल की इच्छा छोड़कर किए गए कार्य आपको मानसिक शांति और खुशी देंगे।

जो बीत चुका है, उसे बदलना संभव नहीं है। अतीत की चिंताओं में फंसे लोग वर्तमान का सुख खो देते हैं।

गीता के ये उपदेश जीवन को सरल, सकारात्मक और खुशहाल बनाने में मदद करते हैं।

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