उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में महाकुंभ को लेकर की गई आलोचनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लालू प्रसाद यादव, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ कोई सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि समाज का महोत्सव है। उनके बयानों से हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।
महाकुंभ को बदनाम कर छिपकर डुबकी लगाते हैं – योगी
बजट सत्र के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग गलत जानकारी फैलाकर इस बड़े धार्मिक आयोजन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग महाकुंभ का विरोध कर रहे हैं, वही छिपकर वहां स्नान भी करते हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उसने महाकुंभ के खिलाफ असभ्य शब्दों का इस्तेमाल किया।
लालू, ममता और अखिलेश ने क्या कहा था?
लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ को फालतू का आयोजन बताया था।
ममता बनर्जी ने इसे “मृत्यु कुंभ” कहकर विवाद खड़ा कर दिया।
अखिलेश यादव ने ममता के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार जनता का पैसा बर्बाद कर रही है।
योगी आदित्यनाथ ने इन बयानों की निंदा करते हुए कहा कि विपक्ष धार्मिक आयोजनों को बदनाम करने की राजनीति कर रहा है।